डुजनबरी का निवेश का वित्तिय सिद्धांत (Duesenberry s financial theory of investment)
डुजनबरी ने निवेश के वित्तीय सिद्धांत जिसे नकदी प्रवाह सिद्धांत कहते हैं उन्होंने इसे अपनी पुस्तक Business cycles and economic growth me निवेश के वृत्तीय सिद्धांत का विवरण प्रस्तुत किया है
अपने विवरण में वह निवेश के लाभ सिद्धांत को त्वरक सिद्धांत के साथ जोड़ता है वह इस बात पर बल देता है कि कूल नकदी प्रवाह निवेश का मुख्य निर्धारक है डुजनबरी ने अपने सिद्धांत को कुछ प्रस्तावनाओ पर आधारित किया है
१---जब पूजी स्टॉक में वृद्धि होती है तो सकल निवेश मूल्यह्रास से बढ़ना प्रारंभ कर देता है
२---जब आय में वृद्धि होती है तो बचत से निवेश अधिक होता है
३---आय की वृद्धि दर और पूंजी स्टाक की वृद्धि दर पूर्णतय पूंजी स्टॉक के आय के साथ अनुपात द्वारा निर्धारित होते हैं
अपने विवरण में वह निवेश के लाभ सिद्धांत को त्वरक सिद्धांत के साथ जोड़ता है वह इस बात पर बल देता है कि कूल नकदी प्रवाह निवेश का मुख्य निर्धारक है डुजनबरी ने अपने सिद्धांत को कुछ प्रस्तावनाओ पर आधारित किया है
१---जब पूजी स्टॉक में वृद्धि होती है तो सकल निवेश मूल्यह्रास से बढ़ना प्रारंभ कर देता है
२---जब आय में वृद्धि होती है तो बचत से निवेश अधिक होता है
३---आय की वृद्धि दर और पूंजी स्टाक की वृद्धि दर पूर्णतय पूंजी स्टॉक के आय के साथ अनुपात द्वारा निर्धारित होते हैं
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