कीमत प्रभाव (The price effect)

कीमत प्रभाव यह बताता है कि किसी वस्तु की कीमत में कमी या वृद्धि होने से उस वस्तु के लिए उपभोक्ता की मांग पर क्या प्रभाव होता है जब  उपभोक्ता की आय रूचि तथा अन्य वस्तुओं की कीमतें  स्थिर हो साधारण शब्दों में जब किसी वस्तु की कीमत घटती है तो उपभोक्ता का संतुलन एक उच्चत्तर उदासीनता वक्र पर होगा इसके विपरीत स्थिति में वह नीचे के अधिमान वक्र पर चला आएगा इसे निम्न चित्र से आसानी से समझा जा सकता है

कीमत उपभोग वक्र
उपरोक्त चित्र में उपभोक्ता की मूल बजट रेखा  AB है माना कि वस्तु X की कीमत गिर जाती है इससे बजट रेखा बाहर को दाएं बढ़कर AC हो जाती है जो  यह प्रदर्शित करती है कि उपभोक्ता पहले की अपेक्षा X की अधिक मात्रा खरीदेगा क्योंकि वस्तु X सस्ती हो गई है बजट रेखा ए डी वस्तु X की कीमत के और गिर जाने को प्रकट करती है इस अवस्था में उपभोक्ता  ऊंचे IC2 उदासीनता वक्र के E बिंदु पर संतुलन में होगा इसके विपरीत अगर वस्तु X की कीमत में वृद्धि होती है तो हम एडी को मूल वकार मानते हुए प्रत्येक वृद्धि पर कभी उसके बाएं स्थिर AC तथाAB बजट रेखा पर उपभोक्ता का संतुलन होगा उपरोक्त चित्र में जैसा कि दिखाया गया है उपभोक्ता का संतुलन बिंदु क्रमशE,E'E"  है अगर इन सभी संतुलन बिंदुओं को किसी रेखा से मिला दिया जाए तो हमें कीमत उपभोग रेखा प्राप्त होगी कीमत उपभोग वक्र वस्तु X कीमत में कमी होने पर उपभोक्ता द्वारा खरीदी गई दो वस्तुओं X औरy की कीमत प्रभाव को व्यक्त करता है कीमत उपभोग वक्र नीचे की ओर झुका हुआ केवल एक संभावना है 

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