एकाधिकार Monopoliy
एकाधिकार का अर्थ अकेला विक्रेता होता है ऐसी स्थिति में जिसमें पूर्ति पर किसी एक विक्रेता का अधिकार या नियंत्रण हो बाजार की विभिन्न स्थितियों में एकाधिकार पूर्ण प्रतियोगिता की ठीक विरोधी स्थित है यह बाजार की वह स्थित है जिसमें बाजार की पूर्ति का नियंत्रण पूर्णतया एक व्यक्ति के हाथ में हो ऐसी स्थिति में उत्पादक ऐसी वस्तु का उत्पादन करता है जिसका कोई नजदीकी स्थानापन्न नहीं होता है प्रतियोगिता की स्थिति आ जाएगी और उस वस्तु की पूर्ति पर उत्पादक का पूर्ण नियंत्रण नहीं होगा किसी वस्तु की पूर्ति पर पूर्ण नियंत्रण के लिए यह भी आवश्यक है कि उस उद्योग में फर्मों के प्रवेश पर रोक हो इस प्रकार प्रतियोगिता की पूर्ण समाप्ति ही एकाधिकार है इस व्याख्या से स्पष्ट है कि एकाधिकार का आशय केवल अकेला विक्रेता नहीं बल्कि इससे आशय ऐसे अकेले विक्रेता से हैं जिसकी उत्पादित वस्तु का ना कोई नजदीकी स्थानापन्न हो ना उसे किसी भी अंश में प्रतियोगिता का सामना करना पड़े और ना उसे किसी भी प्रकार का भय हो बोल्डिग ने एकाधिकार को अत्यंत है परिभाषित करने का प्रयास किया है शुद्ध एकाधिकार फर्म वह फर्म है जो की कोई ऐसी वस्तु उत्पादित कर रही है जिसका किसी अन्य फर्म की उत्पादित वस्तुओं में कोई प्रभाव स्थानापन्न नहीं हो एकाधिकार की प्रमुख विशेषताएं एकाधिकारी की स्थिति में केवल एक ही उत्पादक है विक्रेता होता है पूर्ति के ऊपर विक्रेता का पूर्ण नियंत्रण होता है वस्तु की कोई दूसरी वस्तु नजदीकी स्थानापन नहीं होती अर्थात जहां पर फर्म द्वारा उत्पादित वस्तु एवं बाजार में बेची जाने वाली अन्य वस्तुओं के बीच मांग की तिर्यक लोच शून्य होती है फर्म तथा उद्योग में अंतर नहीं रहता क्योंकि फर्म एक ही उत्पादन करतीहै मूल्य विभेद संभव हो सकता है ऐसी स्थिति में जो कि अपनी उत्पादित वस्तु की विभिन्न इकाइयों को अलग-अलग उपभोक्ताओं को अलग-अलग मूल्य पर बेच सकता है एकाधिकार के अंतर्गत मूल्य निर्धारण की प्रक्रिया स्पष्ट करने के पूर्व एकाधिकारी फर्म की तथा लागत के समान है
Comments
Post a Comment