विदेशी व्यापार गुणक किस प्रकार कार्य करता है
सबसे पहले हम विदेशी व्यापार का अर्थ समझते हैं विदेशी व्यापार का मतलब होता है किसी देश द्वारा विदेश के लिए किया गया निर्यात तथा विदेश से किया गया आयत निर्यात का मतलब हुआ यदि हम अपने देश में किसी वस्तु को बनाते हैं और उसकी विदेश में भेजते हैं वह निर्यात में आता है आयत का अर्थ है विदेश से खरीदी गई चीज जो हमारे देश में काम है उनकी पूर्ति के लिए हम विदेशों से उस वस्तु को खरीदने हैं वह आयत कहलाता है अब यहां पर सबसे पहले हमें गुणक को समझना जरूरी होगा तभी हमें आगे पूरा टॉपिक समझ में आएगा गुणक का मतलब होता है आय और निवेश के बीच के संबंध को दर्शाता है उदाहरण से इसे समझते हैं यदि हम किसी फैक्ट्री में निवेश करते हैं जितना हम निवेश करते हैं हमें आय निवेश से अधिक होती है तो यह गुणक हमें आय और निवेश के बीच के संबंध को दर्शाता है अब हम पढ़ेंगे विदेशी व्यापार गुणक किस प्रकार कार्य करता है विदेशी व्यापार गुणांक केन्ज के विनियोग गुणांक के समान ही कार्य करता हैं जब निर्यातों में वृद्धि होती है तो उससे निर्यातको तथा निर्यात उद्योगों में रोजगार प्राप्त करने वाले लोगों की आयो में वृद्धि हो जाएगी वह अपनी आय में वृद्धि का थोड़ा भाग बचत करेंगे तथा अपनी आय में वृद्धि का अधिकांश भाग घरेलू तथा आयातित दोनों प्रकार की उपभोक्ता वस्तुओं पर व्यय करेंगे तथा बचत और आय का सृजन नहीं करती आय की धारा से रिसाव प्रदर्शित करती है किंतु आयातों पर व्यय उन अन्य देशों की आय में वृद्धि देता है जहां से वस्तुओं का आयात किया जाता है अतः घरेलू अर्थव्यवस्था का संबंध स्थापित है आयातों पर व्यय भी आय की धारा से रिसाव प्रदर्शित करता है
जब तक आय में निरंतर वृद्धि करता जाएगा तब तक की गुणक अपना कार्य पूर्ण रूप से संपन्न नहीं कर लेता है यह ध्यान देने योग्य बात है कि किसी देश के निर्यात में वृद्धि अनेक कारणों से हो सकती है एक देश की वस्तुओं के लिए अन्य देशों के लोगों की रुचियां या मांग में परिवर्तन हो सकता है प्रारंभ में निर्यातक निर्यातित वस्तुओं की मांग अपने भंडारों को बेचने के लिए पूरा कर सकते हैं तथा अपेक्षाकृत अधिक आय प्राप्त कर सकते हैं किंतु अगली अवधि में वे निर्यात वस्तुओं के उत्पादन में वृद्धि करने का प्रयास करेंगे तथा अधिक श्रमिकों को रोजगार प्रदान करेंगे सबसे निर्यातक उद्योगों में नवीन आय तथा रोजगार का सृजन होगा किंतु गुणक की क्रियाशीलता यही तक ही नहीं रुक जाती निर्यात उद्योगों में लगे हुए लोग बड़ी हुई आयो का अधिकांश भाग अन्य उद्योगों द्वारा उत्पादित वस्तुओं पर व्यय करेंगे और इस प्रकार आय उत्पादन तथा रोजगार में वृद्धि सम्पूर्ण घरेलू अर्थव्यवस्था में फैल जाएगी
धन्यवाद दोस्तों आशा है आपको समझ में आया होगा
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