गुणक के रिसाव (leakages of multiplier )

रिसाव आय सरिता के संभाव्य विचलन (potential diversions है जो नए निवेश के गुणक प्रभाव को  दुर्बल  बनाते हैं सीमांत उपभोग प्रवृत्ति के दिए हुए होने पर आय सरिता मेंरिसाव के कारण प्रत्येक चक्र में आय मैं होने वाली वृद्धि घटती जाती है और अंततः आय प्रजनन समाप्त हो जाता है

१बचत ( serving)====बचत गुणक  प्रक्रिया का सबसे अधिक महत्वपूर्ण रिसाव है क्योंकि सीमांत उपभोग प्रवृत्ति एक से कम होती है इसीलिए आय  में हुए समस्त वृद्धि उपभोग पर नहीं व्यय होती इसका कुछ भाग बचा लिया जाता है जो आय सरिता में से रिस जाता है और अगले चक्र में आयमें होने वाली वृद्धि घट जाती है इस प्रकार सीमांत बचत प्रवृत्ति जितनी अधिक होगी गुणक का आकार उतना ही कम और आए सरिता में से रिसाव की मात्रा उतनी ही अधिक होगी

प्रबल तरलता अभिमान (strong liquidity preference)----------यदि लेनदेन सतर्कता तथा सट्टा उद्देश्यों के लिए प्रबल तरलता अधिमान की संतुष्टि के लिए बड़ी हुई आय को निष्क्रिय नकदी शेषो के रूप में संग्रह करने को अधिमान देते हैं तो यह आय सरिता मैं से रिसाव का कार्य करेगा और गुणक प्रक्रिया रुक जाएगी

पुराने स्टाफ तथा प्रतिभूतियों का क्रय( purchase of old stochs and securities)------यदि बढ़ी हुई आय का कुछ भाग उपभोक्ता वस्तुओं का क्रय करने की वजाय पुराने स्टाक तथा प्रतिभूतियों के क्राय  में व्यय होगा तो उपभोग व्यय गिर जाएगा और आय पर उसका संचयी प्रभाव पहले से कम रहेगा

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