मुद्रा का वर्गीकरण (Classifcation of money)

मुद्रा का वर्गीकरण विभिन्न आधारों पर किया जाता है जिनको हम आगे विस्तार से चर्चा करेंगे

  1.  जिन वस्तुओं से मुद्रा बनाई गई है उन की भौतिक विशेषताएं
  2. मुद्रा को जारी करने वाले की प्रकृति जैसे कि सरकार केंद्रीय बैंक कर्मिशियल बैंक अथवा अन्य कोई कोई और 
  3. मुद्रा के रूप में मुद्रा के मूल्य तथा वस्तु के रूप में मुद्रा के मूल्य के बीच संबंध मुद्रा के विभिन्न प्रकारों की व्याख्या करने में हम मोटे 
वस्तु मुद्रा--(commodity money ----मुद्रा बनाने के लिए जिस प्रकार की सामग्री का प्रयोग किया जाता है उसके आधार पर मुद्रा के 2 वर्ग बनाए जा सकते हैं पहला धातु मुद्रा और कागज मद्रा हम सबसे पहले धातु मुद्रा के बारे में पड़ेंगे

१ धातु मुद्रा  (Metallic money)------सोना चांदी निकल तांबा आदि जैसी किसी भी धातु से बनी मुद्रा को धातु मुद्रा कहते हैं धातु मुद्रा का आगे मानक मुद्रा प्रतिक मुद्रा तथा सहायक मुद्रा के रूप में वर्गीकरण किया गया है 


मानक मुद्रा (Standard money)----मानव मुद्रा वह मुद्रा है जिसका मूल्य वस्तु के रूप में अमौदिक उद्देश्यों के लिएभी उतना ही है जितन कि मुद्रा के रूप में उसका मूल्य है इस तरह की मुद्रा सिखों के रूप में होती हैं जिन का अंकित मूल्य उसके यथार्थ मूल्य अथवा धातु मूल्य के बराबर होता है इस तरह के सिक्कों का धारक चाहे तो  उन्हें पिघलाकर धातु के रूप में अथवा चाहे तो मुद्रा के रूप में प्रयोग कर सकता है क्योंकि सिक्कों में धातु  का मूल्य उतना ही होता है जितना कि उनका मौद्रिक मूल्य है इसीलिए मानक मुद्रा को पूर्ण मूल्य मुद्रा भी कहते हैं 1835 से 1893 के बीच भारत का एक रुपए का सिक्का पूर्ण मुद्रा सिक्का होता है फिर मानक मुद्रा ऐसी अपरिमित वैध मुद्रा है जिसमें कितनी भी राशि का भुगतान किया जा सकता है

प्रतीक मुद्रा (Token money)----प्रतीक मुद्रा वह प्रतिनिधि मद्रा है जिसका यथार्थ मूल्य  उसके अंकित मूल्य से कम होता है भारत में जो एक रुपए का सिक्का चल रहा है वहां प्रतिक  सिक्का है यदि इसे पिघलाया  जाए तो इसकी धातु एक रुपए में नहीं बिकेगी 
सहायक मुद्रा(Subsidiary money)------सहायक मुद्रा का काम प्रतीक मुद्रा की सहायता करना है एक पैसे से २५पैसे तक के जो सिक्के भारत में चलते हैं वह सभी सहायक मुद्रा है इस तरह के सिक्के सीमित बैध मुद्रा है जिनसे भारत में केवल२५ रुपए तक के भुगतान किए जा सकते हैं

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