आर्थिक समृद्धि
आर्थिक समृद्धि से आशय शुद्ध भौतिक उत्पाद में वृद्धि अथवा प्रति व्यक्ति वास्तविक आय में वृद्धि से है यदि किसी देश के सकल राष्ट्रीय उत्पाद . सकल घरेलू उत्पाद तथा प्रति व्यक्ति आय में वृद्धि दर्ज हो जाती है साधारण भाषा में हम इसे समझेंगे यदि किसी देश में देश का सकल घरेलू उत्पाद जो देश की सीमा के अंदर होता है उसमें बढ़ोतरी हो जाए और लोगों को रोजगार प्राप्त हो जिससे उनकी कार्यक्षमता बड़े प्रति व्यक्ति आय में वृद्धि हो इससे लोगों का जीवन स्तर ऊंचा होता है इसी को आर्थिक समृद्धि कहते हैं 70 के दशक में लगभग आर्थिक समृद्धि तथा आर्थिक विकास को एक ही माना जाता था पर वर्तमान में ऐसा नहीं है वर्तमान समय में आर्थिक समृद्धि को आर्थिक विकास के एक भाग के रूप में देखा जाता है सामान्यतया आर्थिक समृद्धि की आय के अंतर्गत साधन लागत पर व्यक्त वास्तविक घरेलू उत्पाद राष्ट्रीय उत्पाद तथा प्रति व्यक्ति आय को सम्मिलित किया जाता है
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