सामाजिक लेखांकन social accounting

अर्थशास्त्र में सामाजिक लेखांकन शब्द का समावेश सबसे पहले जेआर हिक्स ने 1982 में किया था उनका कहना था की समस्त समाज अथवा राष्ट्र के लेखांकन के अतिरिक्त कुछ नहीं है ठीक उसी प्रकार जिस प्रकार निजी लेखांकन किसी व्यक्तिगत फर्म का लेखांकन होता है सामाजिक लेखांकन जिसे राष्ट्रीय आय लेखांकन भी कहते हैं वह प्रणाली है जिसके द्वारा अर्थव्यवस्था में विभिन्न क्षेत्रों के पारस्परिक संबंधों को सांख्यिकी रूप में प्रस्तुत किया जाता है ताकि समस्त अर्थव्यवस्था की आर्थिक स्थितियों को पूरी तरह समझा जा सके यह आर्थिक ढांचे के अध्ययन की पद्धति है यह किसी समाज की अर्थव्यवस्था की प्रकृति के बारे में सूचना प्रस्तुत करने की तकनीकी है इसका उद्देश्य केवल यह नहीं होता कि उस समाज की अतीत या वर्तमान समृद्धि के बारे में जान आ जाए अतः यह होता है कि अर्थव्यवस्था को प्रभावित या नियमित करने वाले सामूहिक राज्य की नीति के लिए निर्देशक रेखाएं प्राप्त की जाए

सामाजिक लेखांकन पूरी अर्थव्यवस्था के विभिन्न क्षेत्रों की आर्थिक क्रियाओं का सांख्यिकी विवरण प्रस्तुत करता है और उनके आपसी संबंध को सूचित करता है तथा विश्लेषण के लिए ढांचा प्रदान करता है

आर्थिक क्रियाओं के प्रकार--- आर्थिक क्रियाओं के अनेक प्रकार होते हैं इसमें सबसे महत्वपूर्ण प्रकार है उत्पादन उपभोग पूंजी संचय सरकार द्वारा किए गए लेनदेन तथा शेष विश्व के साथ किए गए लेनदेन यह सामाजिक लेखांकन के घटक हैं यदि किसी देश के इन पांच क्रियातथा व्यय लेखा रूप में प्रस्तुत किया जाए तो अर्थव्यवस्था के मूल ढांचे को प्रकट करने वाले प्रभाव के बंद नेटवर्क को प्रदर्शित करेंगे

उत्पादन लेखा production account - उत्पादन लेखा अर्थव्यवस्था के व्यवसाय क्षेत्र से संबंध रखता है उत्पादन से मतलब इसमें सब प्रकार की उत्पादन क्रियाएं अर्थात जैसे विनिर्माण व्यापार आदि सम्मिलित हैं इसके अंतर्गत सार्वजनिक एवं निजी कंपनियों स्वाधिकार वाली फर्म एकल साझेदारी आ सरकारी स्वामित्व व्यवसाय आते हैं व्यक्तिगत क्षेत्र के भुगतान ओं में किराया ब्याज लाभांश मजदूरी वेतन कर्मचारियों को दिया जाने वाला मुआवजा और मालिकों की आय शामिल होती है

 उपभोग लेखाconsumption account - उपभोग लेखा घरेलू अथवा व्यक्तिगत क्षेत्र के आय तथा व्यय का लेखा प्रस्तुत करता है घरेलू क्षेत्र के अंतर्गत सभी उपभोक्ता और लाभ न कमाने वाली संस्थाएं आती है जैसे क्लब तथा संघ

पूंजी लेखा  capital account -- पूजी लेखा से पता चलता है कि बचत घरेलू एवं विदेशी निवेश के बराबर होती है बचत का देश के भीतर स्थाई पूंजी एवं माल सूचियों में तथा अंतरराष्ट्रीय परिसंपत्तियों में निवेश किया जाता है सकल निजी निवेश के अंतर्गत पूजी वस्तुओं का सकल प्रवाह एवं   स्टाको मैं होने वाला शुद्ध परिवर्तन शामिल है विदेशी निवेश से तात्पर्य चालू लेखा पर होने वाली विदेशी आधिक्य है

विदेशी लेखा foreign account  - विदेशी लेखा किसी देश के शेष विश्व के साथ किए गए लेन-देन को दिखाता है इसके अंतर्गत अंतरराष्ट्रीय व्यापार एवं अंतरण भुगतान आते हैं यह लेखा एक प्रकार से अंतरराष्ट्रीय भुगतान शेष का खाता होता है विदेशी लेखा अथवा शेष विश्व लेखा..

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