IS - LM वक्र मॉडल उत्पादन कीमत निर्धारण outhput - price Determination
Is -LM--- वस्तु बाजार में साम्य के सरल विश्लेषण के अंतर्गत कींस निवेश को पूंजी की सीमांत उत्पादकता तथा ब्याज की दर के अंतर्गत निर्धारित होना मानते हैं तथा इसको राष्ट्रीय आय से स्वतंत्र माना जाता है कींस के अनुसार ब्याज दर मुद्रा की मांग तथा पूर्ति के द्वारा अर्थात मुद्रा बाजार संतुलन द्वारा निर्धारित होती है
कींस के सिद्धांत का अध्ययन करने से यह ज्ञात होता है कि वस्तु बाजार में विनियोग या उपभोग प्रवृत्ति द्वारा किए गए आय में परिवर्तन भी मुद्रा बाजार मैं ब्याज के निर्धारण को प्रभावित करता है यदि आय का स्तर जो निवेश तथा उपभोग मांग पर आधारित होता है वह मुद्रा की लेनदेन मांग को निर्धारित करता है जिससे ब्याज दर प्रभावित होती है कीन्स इसके अतिरिक्त हिक्स हैंडसम जानसन आदि ने सैद्धांतिक ढांचे पर आधारित एक पूर्ण एवं संबंधित मॉडल को प्रतिपादित किया जिन के अंतर्गत निवेश राष्ट्रीय आय ब्याज दर मुद्रा की मांग तथा पूर्ति जैसे चर परस्पर निर्भर तथा अंत संबंधित होते हैं
यह सिद्धांत मुद्रा ब्याज तथा आय को वस्तु तथा मुद्रा बाजारों के हिक्स हेनसन के सामान्य संतुलन मॉडल के ढांचे को एकीकृत करता है इस मॉडल को आई एस एल एम मॉडल कहते है
आईएस शब्द निवेश और बचत की समानता का संक्षिप्त रूप है जो वस्तु बाजार के संतुलन को व्यक्त करता है दूसरी ओर एल एम शब्द मुद्रा की मांग हेल और मुद्रा की पूर्ति एम की समानता का संक्षिप्त रूप है जो मुद्रा बाजार संतुलन को व्यक्त करता है
वस्तु और मुद्रा बाजारों के सामान्य संतुलन के विश्लेषण के अंतर्गत मौद्रिक और राजकोषीय नीतियों की प्रभाविता को समझने के लिए आईएएस आर एल एम वक्रों को व्युत्पन्न करना तथा उनकी ढलानो का अध्ययन करना आवश्यक है
Nice
ReplyDeleteSir, is and Lm model ka introduction kesa बनाया जाय
ReplyDelete