पूर्ण प्रतिस्पर्धा की स्थिति में फर्म का सिद्धांत

सबसे पहले फार्म यह निर्णय लेती है कि कितना उत्पादन करना है इस प्रश्न के लिए हमारे उत्तर किसी भी रूप में सरल या अविवादित नहीं है फर्म के व्यवहार की एक निर्णायक अपितु कुछ हद तक अनुचित मान्यता पर आधारित है हमारे अनुसार फर्म कठोर रूप से लाभ अधिकतम होता है अतः फार्म जिस मात्रा का उत्पादन तथा बाजार में उसका विक्रय करती है वह उसके लाभ को अधिकतम करती हैं


हम एक फर्म के पूर्ति वक्र का व्युत्पत्ति करते हैं पूर्ति वक्र निर्गत का वहां स्तर दर्शाता है जिसका चयन एक फर्म बाजार कीमत के विभिन्न मूल्यों पर उत्पादन करने के लिए करती है अंत में व्यक्तिगत फर्मों की पूर्ति वक्रो सामूहिक किया जाता है बाजार पूर्ति वक्र प्राप्त किया जा सकता है

Comments

Post a Comment