उपभोक्ता का बजट

मान लीजिए किसी उपभोक्ता के पास केवल एक निश्चित मात्रा में पैसे आय हैं ऐसी दो वस्तुओं पर व्यय करने के लिए है जिनकी लागत बाजार में दी गई है उपभोक्ता दोनों वस्तुओं की अलग अलग या मिली जुली ऐसी मात्रा को नहीं खरीद सकता जिनका वह उपभोग करना चाहता है उपभोक्ता के लिए उपलब्ध उपभोग बंडल दोनों वस्तुओं की कीमत तथा उपभोक्ता की आय पर निर्भर करता है निश्चित आय तथा दोनों वस्तुओं की कीमतों को देखते हुए उपभोक्ता केवल उन्हीं बंडलो को खरीद सकता है जिनका मूल्य उसकी आय से कम हो या बराबर हो


बजट सेट---  मान लीजिए उपभोक्ता की आय M  है तथा दोनों वस्तुओं की कीमतें क्रम P1 तथा P2 है यदि उपभोक्ता वस्तु एक की X1 इकाइयां खरीदना चाहता है तो उसे कुल मिलाकर P1 X1 धन व्यय करना पड़ेगा इसी प्रकार से अगर उपभोक्ता वस्तु दो कि X2 इकाइयां खरीदना चाहता है तो उसे P2 X2 धन व्यय करना होगा इसीलिए यदि उपभोक्ता वस्तु एक की X1 इकाईयों और वस्तुओं की X2 इकाइयों का बंडल खरीदना चाहता है तो उसे P1 X1 + P2 X2 धनराशि व्यय करनी होगी वह यह बंडल तभी खरीद पाएगी जब उसके पास कम से कम P1 X1+ P2  x2 धनराशि हो वस्तुओं की विद्यमान कीमतों तथा अपनी आय के अनुसार उपभोक्ता ऐसा कोई भी बंडल उसी सीमा तक खरीद सकता है जब तक उसकी कीमत उसकी आय  के बराबर या उससे कम रहे
बजट रेखा यदि दोनों वस्तुएं पूर्णता विभाजित हो तो उपभोक्ता के बजट सेट मैं सभी बंडल x1 X2 समाहित होंगे जबकि X1 तथा X2 ऐसी संख्याएं हैं जो शून्य और P1 X1+ P2 X2 <M से बॉडी या उसके बराबर है इस बजट सेट को रेखा चित्र द्वारा दर्शाया गया है धनात्मक चतुर्थांश के सभी बंडल जो रेखा के नीचे या उस पर स्थित है बजट सेट में शामिल है रेखा का समीकरण है   P1X1+P2 X2 =M इस रेखा में वे सभी बंडल शामिल है जिन की लागत एम के बराबर है बजट रेखा के नीचे के बिंदु उन बंडल को प्रदर्शित करते हैं जिनका लागत  M बिल्कुल कम है समीकरण को हम इस प्रकार से लिखते हैं                   
       X2  =   M/p2   -p1/p2 X1 

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