अन्तर्राष्ट्रीय संगठन International organisation
अंतर्राष्ट्रीय संगठनों का परिचय-----------
बड़े अंतर्राष्ट्रीय संगठनों के अलावा क्षेत्रीय स्तर पर आसियान सार्क शंघाई सहयोग संगठन यूरोपीय यूनियन जैसे संगठन भी महत्वपूर्ण है क्षेत्रीय संगठनों द्वारा आपसी व्यापार बढ़ाने के लिए कई मुक्त व्यापार समझौते भी किए गए हैं इसी प्रकार विकसित एवं विकासशील देशों द्वारा जी 24 जी 22 जी 15 g8 जैसे गुटों का निर्माण विशेष उद्देश्य से किया गया है विश्व की आर्थिक महा शक्तियों के बीज अपना स्थान बनाने के उद्देश्य से भारत ब्राज़ील दक्षिण अफ्रीका ने इब्सा का गठन किया आर्थिक दृष्टिकोण से यह सभी संगठन काफी महत्वपूर्ण है जुलाई 1994 में ब्रेटन वुड्स न्यू हेंपशायर यूएस में आयोजित 44 राष्ट्रों के सम्मेलन में अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष इंटरनेशनल मोनेटरी फंड आईएमएफ और अंतरराष्ट्रीय पुनर्निर्माण तथा विश्व विकास बैंक की स्थापना की गई अंतरराष्ट्रीय मौद्रिक सहयोग को बढ़ावा देने अंतरराष्ट्रीय व्यापार के विस्तार और संतुलित वृद्धि को आसान बनाने मुद्रा स्थायित्व को बढ़ावा देने भुगतान की बहू पक्षी प्रणाली की स्थापना में सहायता देने पर्याप्त सुरक्षा के तहत सदस्यों के भुगतान संतुलन की कठिनाइयों को दूर करने अंतरराष्ट्रीय संतुलन को व्यवस्थित करने के उद्देश्य से इसकी स्थापना की गई थी
अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष - आईएमएफ के समझौते का प्रलेख 27 दिसंबर 1945 को लागू हुआ किंतु इस ने वास्तविक रूप से 1 मार्च 1947 से कार्य करना प्रारंभ किया इसमें अभी 188 सदस्य हैं 188 सदस्यों में से दक्षिण सूडान को अप्रैल 2012 मैं सदस्यता दी गई क्रिसटीन लोगाड इसकी प्रबंध निदेशक हैं सहयोग तथा स्थाई वैश्विक मौद्रिक ढांचे को बढ़ावा देने के लिए स्थापित आईएमएफ एक प्रधान अंतरराष्ट्रीय मौद्रिक संस्था है भारत आईएमएफ का संस्थापक सदस्य हैं जब से इसकी स्थापना हुई थी तब से विश्व की बदलती अर्थव्यवस्था में इसके सदस्य देशों की बदलती जरूरतों को पूरा करने के लिए बदलाव हुए हैं
अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष के उद्देश्य-
1-विश्व के विभिन्न राष्ट्रों के बीच एक स्थाई संस्था के द्वारा अंतरराष्ट्रीय मौद्रिक सहयोग को प्रोत्साहित करना
2- अंतरराष्ट्रीय व्यापार के प्रयास एवं संतुलित विकास के लिए सुविधा प्रदान करना और इसके माध्यम से सभी सदस्य राष्ट्रों में रोजगार के उच्च स्तर को प्रोत्साहित करने एवं उसे बनाए रखने मैं योगदान देना
3- विनिमय स्थायित्व को प्रोत्साहित करना सदस्य राष्ट्रों के बीच नियमित विनिमय व्यवस्था को कायम रखना तथा प्रतिस्पर्धात्मक विनिमय अमूल्य को रोकना
4- सदस्य राष्ट्रों के बीच चालू व्यवसाय से संबंधित बहु पक्षी भुगतानो की व्यवस्था की स्थापना में तथा विदेशी प्रतिबंधों की समाप्ति में मदद करना
5- समुचित संरक्षण के अंतर्गत सदस्य राष्ट्रों के लिए कोश साधनों को उपलब्ध कराकर उनमें विश्वास उत्पन्न करना तथा उन्हें राष्ट्रीय अथवा अंतरराष्ट्रीय समृद्धि को नष्ट करने वाले उपायों को अपनाएं बिना भुगतान संतुलन के असंतुलन को सुधारने का अवसर प्रदान करना
बड़े अंतर्राष्ट्रीय संगठनों के अलावा क्षेत्रीय स्तर पर आसियान सार्क शंघाई सहयोग संगठन यूरोपीय यूनियन जैसे संगठन भी महत्वपूर्ण है क्षेत्रीय संगठनों द्वारा आपसी व्यापार बढ़ाने के लिए कई मुक्त व्यापार समझौते भी किए गए हैं इसी प्रकार विकसित एवं विकासशील देशों द्वारा जी 24 जी 22 जी 15 g8 जैसे गुटों का निर्माण विशेष उद्देश्य से किया गया है विश्व की आर्थिक महा शक्तियों के बीज अपना स्थान बनाने के उद्देश्य से भारत ब्राज़ील दक्षिण अफ्रीका ने इब्सा का गठन किया आर्थिक दृष्टिकोण से यह सभी संगठन काफी महत्वपूर्ण है जुलाई 1994 में ब्रेटन वुड्स न्यू हेंपशायर यूएस में आयोजित 44 राष्ट्रों के सम्मेलन में अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष इंटरनेशनल मोनेटरी फंड आईएमएफ और अंतरराष्ट्रीय पुनर्निर्माण तथा विश्व विकास बैंक की स्थापना की गई अंतरराष्ट्रीय मौद्रिक सहयोग को बढ़ावा देने अंतरराष्ट्रीय व्यापार के विस्तार और संतुलित वृद्धि को आसान बनाने मुद्रा स्थायित्व को बढ़ावा देने भुगतान की बहू पक्षी प्रणाली की स्थापना में सहायता देने पर्याप्त सुरक्षा के तहत सदस्यों के भुगतान संतुलन की कठिनाइयों को दूर करने अंतरराष्ट्रीय संतुलन को व्यवस्थित करने के उद्देश्य से इसकी स्थापना की गई थी
अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष - आईएमएफ के समझौते का प्रलेख 27 दिसंबर 1945 को लागू हुआ किंतु इस ने वास्तविक रूप से 1 मार्च 1947 से कार्य करना प्रारंभ किया इसमें अभी 188 सदस्य हैं 188 सदस्यों में से दक्षिण सूडान को अप्रैल 2012 मैं सदस्यता दी गई क्रिसटीन लोगाड इसकी प्रबंध निदेशक हैं सहयोग तथा स्थाई वैश्विक मौद्रिक ढांचे को बढ़ावा देने के लिए स्थापित आईएमएफ एक प्रधान अंतरराष्ट्रीय मौद्रिक संस्था है भारत आईएमएफ का संस्थापक सदस्य हैं जब से इसकी स्थापना हुई थी तब से विश्व की बदलती अर्थव्यवस्था में इसके सदस्य देशों की बदलती जरूरतों को पूरा करने के लिए बदलाव हुए हैं
अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष के उद्देश्य-
1-विश्व के विभिन्न राष्ट्रों के बीच एक स्थाई संस्था के द्वारा अंतरराष्ट्रीय मौद्रिक सहयोग को प्रोत्साहित करना
2- अंतरराष्ट्रीय व्यापार के प्रयास एवं संतुलित विकास के लिए सुविधा प्रदान करना और इसके माध्यम से सभी सदस्य राष्ट्रों में रोजगार के उच्च स्तर को प्रोत्साहित करने एवं उसे बनाए रखने मैं योगदान देना
3- विनिमय स्थायित्व को प्रोत्साहित करना सदस्य राष्ट्रों के बीच नियमित विनिमय व्यवस्था को कायम रखना तथा प्रतिस्पर्धात्मक विनिमय अमूल्य को रोकना
4- सदस्य राष्ट्रों के बीच चालू व्यवसाय से संबंधित बहु पक्षी भुगतानो की व्यवस्था की स्थापना में तथा विदेशी प्रतिबंधों की समाप्ति में मदद करना
5- समुचित संरक्षण के अंतर्गत सदस्य राष्ट्रों के लिए कोश साधनों को उपलब्ध कराकर उनमें विश्वास उत्पन्न करना तथा उन्हें राष्ट्रीय अथवा अंतरराष्ट्रीय समृद्धि को नष्ट करने वाले उपायों को अपनाएं बिना भुगतान संतुलन के असंतुलन को सुधारने का अवसर प्रदान करना
Nice
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