विनियोग के सिद्धांत गुणक एवं त्वरक The theory of investment multiplier and accelerator investment
विनियोग या निवेश investment- जब कोई व्यक्ति कंपनी के शेयरों अथवा ब्रांडो को खरीदना है अथवा सरकार की प्रतिभूतियों में अपना रुपया लगाता है तो उसे साधारण भाषा में निवेश कहा जाता है परंतु यह वास्तविक निवेश की श्रेणी में नहीं रखा जा सकता इस प्रकार के निवेश को वित्तीय निवेश की श्रेणी में रखा जाता है सामान्य जब कोई व्यक्ति शेयर खरीदना है और कोई दूसरा व्यक्ति उसे बेचता है तो परिणाम स्वरूप देश के वास्तविक पूंजी में वृद्धि नहीं हो पाती है
अर्थशास्त्र में निवेश का तात्पर्य होता है पूंजीगत पदार्थों से जैसे मशीनें उपकरण औजार निर्माण कार्य जैसे मकान दुकान तथा फैक्ट्रियों की इमारतें आदि इसी प्रकार सार्वजनिक निर्माण कार्य जैसे नैहरे सड़कें पुल बांधों में वृद्धि को ही अर्थशास्त्र मैं निवेश के अंतर्गत रखा जाता है निवेश के उपरोक्त सभी प्रकार की पूंजी से आगे चल कर देश के उत्पादन में वृद्धि होती है
निवेश के प्रकार
1- स्वतंत्र निवेश
2- प्रेरित निवेश
3- ऐच्छिक और अनैच्छिक निवेश
4- सार्वजनिक निवेश
5-निजी निवेश
स्वतंत्र निवेश
स्वतंत्र निवेश जो आय में कमी और वृद्धि के बावजूद भी एक समान स्थिति में बना रहता है ना ही घटता है ना ही बढ़ता है आय से स्वतंत्र होता है
प्रेरित निवेश- राष्ट्रीय आय में वृद्धि के साथ बढ़ता है तथा उसकी कमी के साथ घटता है प्रेरित निवेश आय के स्तर में परिवर्तन द्वारा निर्धारित होता है प्रेरित निवेश आय सापेक्ष होता है
ऐच्छिक और अनैच्छिक निवेश- जब निवेश किसी विशिष्ट योजना के साथ नियोजित ढंग से किया जाता है तो इसे एच निवेश कहते हैं उधमी अनुकूल मांग और कीमत परिवर्तनों के पूर्वानुमान में अपनी उत्पादन क्षमता बढ़ाने के लिए निवेश बढ़ाते हैं वे मशीनरी स्थापित करने के लिए भी निवेश कर सकते हैं जो भविष्य में लागत को बढ़ा सकता है और लाभ को बढ़ा सकता है इस प्रकार वर्तमान माल सूची पूजी बढ़ाने की सुविचारित नीति नियोजित या ऐच्छिक निवेश है जब मांग में अप्रत्याशित गिरावट के कारण स्टॉक संचित होते हैं तो उसे अनैच्छिक या अनियोजित निवेश कहते हैं
सार्वजनिक निवेश- सरकार के विभिन्न स्तरों द्वारा किए गए निवेशको सार्वजनिक निवेश कहते हैं मकानों फैक्ट्रियों रेल लाइनों को बिछाने संचार साधनों विद्युत परियोजनाओं आदि पर केंद्र सरकार द्वारा किए गए निवेश सार्वजनिक निवेश के उदाहरण है राज्य सरकार द्वारा अस्पतालों स्कूलों नेहरों सड़कों आदि पर किए गए व्यय भी सार्वजनिक निवेश है
निजी निवेश- निजी निवेशकों जैसे टाटा आदि द्वारा किए जाने वाले निवेश को निजी निवेश कहते हैं जब पूजी की सीमांत उत्पादकता अधिक होती है या ब्याज दर कम हो तो यह प्रोत्साहित होता है निजी निवेश प्रेरित निवेश होता है
gud
ReplyDeleteSir viniyog kya hai
ReplyDeleteविनियोग और निवेश एक ही होते हैं अंग्रेजी में इसे Investment भी कहा जाता है
ReplyDeletegudak aur tavarak kya hai arth defenation
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