Skip to main content
व्यष्टि अर्थशास्त्र तथा समष्टि अर्थशास्त्र
परंपरागत रूप से अर्थशास्त्र की विषय वस्तु का अध्ययन दो व्यापक शाखाओं के अंतर्गत किया जाता रहा है व्यष्टि अर्थशास्त्र समष्टि अर्थशास्त्र व्यष्टि अर्थशास्त्र के अंतर्गत हम बाजार में उपलब्ध विभिन्न वस्तुओं तथा सेवाओं के परिपेक्ष में विभिन्न आर्थिक अभिकर्ताओ के व्यवहार का अध्ययन करके यह जानने का प्रयास करते हैं की इन बाजारों में व्यक्तियों की अंत क्रिया द्वारा वस्तुओं तथा सेवाओं की मात्राएं और कीमत किस प्रकार निर्धारित होती हैं इसके विपरीत समष्टि अर्थशास्त्र में हम कुल निर्गत रोजगार तथा समग्र कीमत स्तर आदि समग्र उपायों का अपना ध्यान केंद्रित करते हुए पूरी अर्थव्यवस्था को समझने का प्रयास करते हैं हम यह जानना चाहते हैं की समग्र उपायों के स्तर किस प्रकार निर्धारित होते हैं तथा उनमें समय के साथ परिवर्तन किस प्रकार आता है समष्टि अर्थशास्त्र में अध्ययन के कुछ महत्वपूर्ण प्रश्न इस प्रकार हैं अर्थव्यवस्था में कुल निर्गत स्तर क्या है कुल निर्गत निर्धारण किस प्रकार किया जाता है कुल निर्गत में समय के साथ किस प्रकार वृद्धि होती रहती हैं क्या अर्थव्यवस्था के संसाधनों उदाहरण के लिए श्रम का पूर्ण रूप से उपयोग किया जा रहा है अतः जिस प्रकार व्यष्टि अर्थशास्त्र में विभिन्न बाजारों का अध्ययन किया जाता है वैसा समष्टि अर्थशास्त्र में नहीं समष्टि अर्थशास्त्र में हम अर्थव्यवस्था के कार्य निष्पादन की समग्र अथवा समष्टि गत उपायों के व्यवहार का अध्ययन करने का प्रयास करते हैं
nice
ReplyDelete