काॅब डगलस उत्पादन फलन

उत्पादन के भौतिक साधनों तथा भौतिक उत्पादन स्तर के मध्य संबंध सदैव ही अर्थशास्त्रियों की दिलचस्पी का केंद्र रहा है विभिन्न अर्थशास्त्रियों ने भिन्न भिन्न प्रकार से सैद्धांतिक उत्पादन फलनों का प्रतिपादन किया तथा वास्तविक आंकड़ों के आधार पर उनका परीक्षण किया इसके विपरीत कुछ उत्पादन फलनों की  खोज वास्तविक आंकड़ों के आधार पर हुई काब डगलस उत्पादन फलन इन्हीं उत्पादन फलनों   की श्रेणी के अंतर्गत आता है
काॅॅब डगलस उत्पादन फलन वास्तव में राष्ट्रीय आय में साधनों के अंश की व्याख्या करने का एक प्रारंभिक प्रयास था इस उत्पादन फलन के आधार पर यह निष्कर्ष निकलता है की राष्ट्रीय आय में श्रम तथा पूंजी साधनों के सापेक्षिक अंश सदैव स्थिर रहते हैं काॅब डगलस उत्पादन फलन को निम्न प्रकार से  व्यक्त किया जाता है
              Q=Aka  Lb
 जहांQ उत्पादन है और L तथाc क्रमश श्रम और पूंजी की आगतें है A.aऔर B धनात्मक प्राचल( pasitive parameters  है जहांa>0. B >0
  काॅब डगलस उत्पादन फलन की  महत्वपूर्ण विशेषताएं-- काॅब डगलस उत्पादन फलन जोकि रेखीय समरूप उत्पादन फलन का रूप है की अनेक महत्वपूर्ण विशेषताएं हैं प्रथम इस उत्पादन फलन के अनुसार वस्तु का उत्पादन करने के लिए दोनों साधनों श्रम और पूंजी का प्रयोग होना आवश्यक है यदि इसमें से किसी साधन का प्रयोग नहीं होता है तो वास्तु उत्पादन 0 होगा
दूसरे की विशेषता काब डगलस उत्पादन फलन के अनुसार यदि एक साधन स्थिर रहने पर दूसरे साधन की मात्रा बढ़ाई जाती है तो परिवर्तनशील साधन का सीमांत उत्पादन घटता है तीसरे विशेषता काॅब डगलस उत्पादन फलन के अनुसार पैमाने के प्रतिफल स्थिर प्राप्त होते हैं अर्थात श्रम तथा पूजी को किसी अनुपात में बढ़ाने से बस्तु उत्पादन भी उसी अनुपात में बढ़ता है
चौथी विशेषता इसमें तकनीकी प्रतिस्थापन की लोच इकाई के समान होती है

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