प्रतिस्थापन प्रभाव The substitution Effect
किसी वस्तु की कीमत में परिवर्तन होने से उसकी मांग मात्रा में जो परिवर्तन सापेक्षता सस्ती वस्तु को महंगी वस्तु के स्थान पर स्थानापन्न करने से होता है उसे प्रतिस्थापन प्रभाव कहते हैं प्रतिस्थापन प्रभाव मापने की दो विधियां हैं
1 हिक्स का प्रतिस्थापन प्रभाव- हिक्स ने आय प्रभाव से स्वतंत्रा आय में क्षतिपूरक परिवर्तन द्वारा प्रतिस्थापन प्रभाव की व्याख्या की इसमें वस्तु की केवल सापेक्ष कीमत में परिवर्तन का उपभोक्ता द्वारा वस्तु की मांग प्रभाव जानने के लिए उसकी मौद्रिक आय में इतनी मात्रा में परिवर्तन किया जाता है जिससे उसकी संतुष्टि पूर्व स्तर पर स्थिर रहे साधारण शब्दों में आय मैं क्षतिपूरक परिवर्तन उपभोक्ता की आय मैं वह परिवर्तन है जो कि किसी वस्तु की कीमत में परिवर्तन के फलस्वरुप उपभोक्ता की संतुष्टि में हुई वृद्धि को नष्ट कर देता है प्रतिस्थापन प्रभाव ऋण आत्मक होता है क्योंकि अब तक वस्तु की कीमत कम होती है तो उसकी अधिक मात्रा खरीदी जाएगी कीमत और मात्रा के बीच विपरीत संबंध के कारण प्रतिस्थापन प्रभाव ऋणआत्मक होता है
1 हिक्स का प्रतिस्थापन प्रभाव- हिक्स ने आय प्रभाव से स्वतंत्रा आय में क्षतिपूरक परिवर्तन द्वारा प्रतिस्थापन प्रभाव की व्याख्या की इसमें वस्तु की केवल सापेक्ष कीमत में परिवर्तन का उपभोक्ता द्वारा वस्तु की मांग प्रभाव जानने के लिए उसकी मौद्रिक आय में इतनी मात्रा में परिवर्तन किया जाता है जिससे उसकी संतुष्टि पूर्व स्तर पर स्थिर रहे साधारण शब्दों में आय मैं क्षतिपूरक परिवर्तन उपभोक्ता की आय मैं वह परिवर्तन है जो कि किसी वस्तु की कीमत में परिवर्तन के फलस्वरुप उपभोक्ता की संतुष्टि में हुई वृद्धि को नष्ट कर देता है प्रतिस्थापन प्रभाव ऋण आत्मक होता है क्योंकि अब तक वस्तु की कीमत कम होती है तो उसकी अधिक मात्रा खरीदी जाएगी कीमत और मात्रा के बीच विपरीत संबंध के कारण प्रतिस्थापन प्रभाव ऋणआत्मक होता है
wow bhut khub
ReplyDeletenyc
ReplyDeletegud
ReplyDeleteSir slutsky substitution effect bhi bataiye
ReplyDeletegood
ReplyDeletenice worke
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