व्यष्टि अर्थशास्त्र उदासीनता वक्र

 उदासीनता वक्र सिद्धांत the indifference curve theor   -  उदासीनता वक्र व्यष्टि अर्थशास्त्र की एक भूमिका है उदासीनता वक्र हमें ऐसे साधनों को बताता है जिस पर उपभोक्ता को समान संतुष्टि मिलती है उदासीनता वक्र एक ज्यामिति विधि है सर्वप्रथम एजवथ  ने उदासीनता वक्र की तकनीकी का प्रयोग किया उसके बाद फिशर परेटो जानसन ने भी उदासीनता वक्र का प्रयोग किया परंतु उदासीनता की मांग का विश्लेषण करने के लिए उदासीनता वक्र का विस्तृत प्रयोग J R हिक्स आरजेडी एलेन ने किया वर्ष 1939में मैं हिक्स ने अपनी पुस्तक वैल्यू एंड कैपिटल मैं इसकी विस्तृत व्याख्या की और वर्ष 1956 में अपनी दूसरी पुस्तक A revision of demand theory मैं इस सिद्धांत का प्रमुख संशोधन प्रस्तुत किया उदासीनता वक्र सिद्धांत किन्ही दो वस्तुओं के लिए उपभोक्ता को अपने अभिमान के अनुसार उसके व्यवहार की व्याख्या करता है
 उदासीनता वक्र उदासीनता वक्र विश्लेषण के क्रमवाचक माफ की विधि है यह दो वस्तुओं के उन विभिन्न संयोगों को व्यक्त करता है जो उपभोक्ता के समान संतुष्टि देते हैं इस प्रकार उपभोक्ता उदासीनता वक्र पर स्थिति किसी भी बिंदु के प्रति उदासीनता एवं तटस्थ होगा यही कारण है कि उदासीनता वक्र को सम संतुष्टि वक्र के नाम से जाना जाता है उदासीनता वक्र विश्लेषण क्रमवाचक उपयोगिता है कि धारणा पर आधारित है इसलिए हम इसके अंतर्गत केवल उपभोक्ता को प्राप्त विभिन्न वस्तुओं की संतुष्टि कि तुलना करते हैं इस प्रकार उदासीनता वक्र की सहायता से हम केवल इतना कह सकते हैं की उदासीनता वक्र को एक संयोग से प्राप्त उपयोगिता दूसरे सहयोग से प्राप्त उपयोगिता के समान है अधिक है या कम है परंतु यह नहीं बता सकते कि पहले सहयोग से प्राप्त उपयोगिता का स्तर दूसरे सहयोग से प्राप्त उपयोगिता से कितना कम है या अधिक है उपभोक्ता की उदासीनता अनुसूची से उदासीनता वक्र खींचा जाता है उदासीनता अनुसूची दो वस्तुओं के सहयोगी अनुसूची है इस प्रकार व्यवस्थित किया गया है कि उपभोक्ता उद्योगों के संबंध मैं उदासीन रहता है तथा किसी एक को दूसरे की अपेक्षा अधिमान नहीं देता

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